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बीएनएस धारा 304 क्या है (BNS Section 304 in Hindi)? सजा जमानत और उदाहरण

BNS Section 304 in Hindi – छीना-झपटी (Snatching) बहुत ही तेजी से बढ़ने वाला एक ऐसा अपराध है जो सड़क पर चलते समय या सार्वजनिक जगह पर किसी भी व्यक्ति के साथ हो सकता है। इस अपराध में केवल संपत्ति का ही नुकसान नहीं होता, बल्कि कई बार ऐसे मामलों में पीड़ित व्यक्ति को चोट भी लग जाती है। ऐसे अपराधों से अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा के लिए हम सभी को कानूनी उपायों की जानकारी होना बहुत जरुरी है। इसलिए ऐसे गंभीर अपराधों से निपटने के लिए बनाई गई भारतीय न्याय संहिता की एक बहुत ही उपयोगी धारा के बारे में हम जानेंगे, कि बीएनएस की धारा 304 क्या है? व यह कब लागू होती है? BNS में सजा (Punishment) कितनी है? धारा 304 में जमानत (Bail) का क्या प्रावधान है?

हमारे देश में BNS के लागू होने से पहले भारतीय दंड संहिता (IPC ) में स्नैचिंग के लिए अलग से कोई कानून नहीं था। बल्कि ऐसे मामलों को चोरी की आईपीसी धारा 378 या डकैती की आईपीसी धारा 392 के तहत दर्ज किया जाता था। जिसमें दोषी व्यक्तियों को उनके अपराध की पूरी सजा नहीं मिल पाती थी। इसलिए भारतीय न्याय संहिता को नए कानून के रुप में लागू कर धारा 304 को स्नैचिंग जैसे मामलों से निपटने के लिए बनाया गया है। जिसकी मदद से छीना-झपटी जैसे अपराधों से निपटने में आवश्यक मदद मिलेगी। इसलिए इस अपराध की पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को अंत तक जरुर पढ़े।

बीएनएस धारा 304 क्या है व यह कब लगती है – BNS Section 304 in Hindi

भारतीय न्याय संहिता की धारा 304 में स्नैचिंग यानी छीना-झपटी के अपराध के बारे में बताया गया है। धारा 304 को मुख्य रुप से 2 उपधाराओं (Sub-Sections) में बाँटा गया है, धारा 304(1) व धारा 304(2).

आइये इन दोनों के बारे में विस्तार से जानते है:-

बीएनएस की उपधारा 304(1):-

BNS Section 304 (1) में बताया गया है, कि जब किसी व्यक्ति से उसकी कोई ऐसी संपत्ति जिसे वो अपने साथ कही भी ले जा सकता है, जैसे फोन, घड़ी, आभूषण आदि। उस संपत्ति को कोई व्यक्ति अचानक से आकर जबरदस्ती छीन (Forcefully Snatched) लेता है, तो वह छीना झपटी कहलाती है। इसमें अचानक (Suddenly) आकर व बल के द्वारा छिने जाने की बात पर विशेष जोर दिया गया है, जो छीना झपटी के अपराध को सामान्य चोरी (Theft) के अपराध से अलग करती है।

आसान भाषा में समझें तो यदि कोई व्यक्ति अचानक से आपके किसी सामान को छीन कर भाग जाता है, तो ऐसे व्यक्ति पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 304(1) के तहत मामला दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।

जैसे:- किसी महिला ने कोई आभूषण (Jewelry) पहन रखा हो, और रास्ते में कोई व्यक्ति उस आभूषण पर झपटा मारकर छीन ले जाए।

बीएनएस की उपधारा 304(2):-

भारतीय न्याय संहिता की धारा 304(2) में छीना-झपटी के अपराध के किए जाने पर दोषी (Guilty) व्यक्ति को दिए जाने वाले दंड (Punishment) के बारे में बताया गया है। जिसके बारे में हम आगे विस्तार से आपको बताएंगे।

BNS Section 304: आसान शब्दों में मुख्य बिंदु

  • स्नैचिंग एक ऐसा अपराध है जिसमें अचानक से या बलपूर्वक कुछ चुराना शामिल है, जैसे पर्स या फोन छीनना।
  • सामान्य चोरी में अचानक या बलपूर्वक चोरी करना शामिल नहीं होता है। बीएनएस की धारा 304 सामान्य चोरी व बलपूर्वक की गई चोरी में अंतर को दर्शाती है।
  • इसके तहत दोषी पाये जाने वाले व्यक्तियों को कठोर सजा व जुर्माने से दंडित किया जाता है।
  • संज्ञेय अपराध (Cognizable offence) होने के कारण ऐसे मामलों में पुलिस ज्यादा तेजी से कार्यवाही कर सकती है। पुलिस अदालत की अनुमति का इंतजार किए बिना ही आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार (Arrest) कर सकती है।
  • इस मामले की सुनवाई निचली अदालत (Trial Court) के न्यायाधीश द्वारा की जाती है, ताकि जल्द से जल्द न्याय मिल सकें।

उदाहरण:-

रिया एक कॉलेज की छात्रा है, एक दिन वह अपनी किसी दोस्त से फोन पर बातें करते हुए पैदल घर की तरफ जा रही थी। अचानक से रिया के पास एक बाइक आती है, और उसमें पीछे बैठा एक व्यक्ति रिया का फोन छीन लेता है। रिया अचानक हुई इस घटना से बहुत परेशान हो जाती है, लेकिन तभी वहाँ पर कुछ लोग रिया की मदद करने आ जाते है।

जिनमें से एक व्यक्ति पुलिस के पास फोन कर इस घटना की जानकारी दे देता है। पुलिस के आने के बाद रिया ने सारी घटना के बारे में उन्हें बताया, जिसके बाद पुलिस ने तलाशी शुरु कर दी। कुछ ही घंटों बाद पुलिस उन दोनों आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लेती है, और उनसे रिया का फोन भी बरामद कर लेती है। जिसके बाद उन दोनों आरोपी व्यक्तियों पर BNS Section 304 के तहत सजा के लिए कार्यवाही की जाती है।

BNS Section 304 में सजा (Punishment) का क्या प्रावधान है

बीएनएस सेक्शन 304 के अपराध में सजा को उपधारा (2) में बताया गया है। जिसके अनुसार दोषी (Guilty) पाये जाने वाले व्यक्ति को उसके किए गए अपराध के लिए तीन साल तक की कैद व जुर्माना हो सकता है। यह सजा आमतौर पर चोरी के लिए लगाए जाने वाले दंड से अधिक कठोर होती है, जो स्नैचिंग के अपराध की गंभीरता को दर्शाता है।

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The Bharatiya Nyaya Sanhita, 2023

The Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita, 2023

The Bharatiya Sakshya Adhiniyam, 2023

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