भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 सार्वजनिक स्थानों (Public Places) पर अश्लीलता और अशांति फैलाने वाले कार्यों से संबंधित है। यह धारा समाज में शांति और सद्भाव (Harmony) बनाए रखने के लिए बनाई गई है। इस धारा के तहत ऐसे कामों को अपराध माना जाता है जो दूसरों के लिए परेशानी पैदा करते हैं। इसे दो हिस्सों में बांटा गया है:-
- अश्लील हरकत करना: अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थान (लोगों के आने-जाने की जगह) पर ऐसी कोई हरकत करता है, जो अश्लील (obscene) मानी जाए और जिससे अन्य लोग असुविधा या परेशानी महसूस करें, तो ऐसा करना इस कानून का उल्लंघन माना जाएगा।
- अश्लील गाना या बोलना: यदि कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थान पर या उसके आस-पास अश्लील व गंदे गाने गाता है। जिससे वहाँ मौजूद लोगों का अपमान (Insult) होता है और उन्हें परेशानी होती है, तो यह भी BNS की धारा 296 के तहत अपराध माना जाएगा।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 लगने के मुख्य बिंदु
- सार्वजनिक स्थान: अपराध किसी सार्वजनिक स्थान पर या उसके आसपास हुआ हो। सार्वजनिक स्थान का अर्थ किसी भी ऐसी जगह से है जहां आम जनता का आना-जाना हो, जैसे सड़क, पार्क, बाजार, बस स्टॉप आदि।
- अश्लील कृत्य: आरोपी (Accused) ने कोई ऐसा कार्य किया होगा जो आम तौर पर अश्लील या गलत माना जाता हो। अश्लीलता की परिभाषा समय और समाज के अनुसार बदलती रहती है, लेकिन यह आम तौर पर ऐसी हरकत को बताता है जो दूसरों को अपमानित करती हो या उनकी भावनाओं को आहत (Hurt) करती हो।
- सार्वजनिक रूप से करना: यह अपराध सार्वजनिक रूप से किया गया हो। यानी ऐसा गंदा कार्य जो दूसरों द्वारा देखा या सुना जा सके।
- अनैतिक उद्देश्य: आरोपी ने यह कार्य किसी गलत उद्देश्य से किया होगा। जैसे कि दूसरों को परेशान करना, शर्मिंदा करना या किसी का अपमान करना।
BNS Section 296 में अपराध माने जाने वाले कुछ कार्य
- सार्वजनिक जगह (Public Places) पर जोर से अश्लील गाने-गाना।
- सार्वजनिक स्थान पर गाली-गलौज (Abuse) या अश्लील भाषा का इस्तेमाल करना।
- सड़क, पार्क, या किसी अन्य सार्वजनिक स्थान पर अश्लील चित्र या वीडियो दिखाना।
- लोगों के आने जाने की जगहों पर किसी भी व्यक्ति की तरफ गंदे इशारे करना।
- किसी सार्वजनिक स्थान पर अश्लील तरीके से नाचना या किसी गलत चीज का प्रदर्शन करना जिससे दूसरों को परेशानी महसूस हो।
- सार्वजनिक रूप से अपने किसी दोस्तों के साथ अश्लील बातें करना जो और लोगों को भी सुनाई दे।
- किसी व्यक्ति को गलत शब्द बोलकर उसका अपमान करने की कोशिश करना।
बीएनएस की धारा 296 का उदाहरण
मोहन व सुमित दो बहुत ही अच्छे दोस्त थे जो अपना अधिकतर समय एक साथ ही बिताते थे। एक दिन वो दोनों शाम को एक पार्क में चले जाते है, जहाँ बहुत सारे लोग सैर कर रहे थे, और बच्चे खेल रहे थे। अचानक सुमित पार्क में घूमते समय जोर-जोर से अश्लील गाने गाना शुरू कर देता है। इसके साथ ही वह गाने के साथ-साथ अश्लील इशारे भी करने लगा, जिससे वहाँ मौजूद सभी लोग पर बहुत परेशान होने लगे। मोहन ने सुमित को समझाया भी की वो ऐसा ना करें, लेकिन सुमित नहीं माना।
थोड़ी देर बाद पार्क में मौजूद लोग सुमित की ऐसी हरकतों से बहुत परेशान हो गए, और उसकी शिकायत पुलिस में कर देते है। कुछ ही देर बाद पुलिस वहाँ आ जाती है और सुमित को सार्वजनिक स्थान पर अश्लील गाने गाने और इशारे करने कि BNS की धारा 296 के तहत गिरफ्तार कर लेते है।
बीएनएस की धारा 296 में सजा – BNS Section 296 Punishment in Hindi
BNS की धारा 296 के अनुसार जो कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक जगहों पर जाकर गंदे गाने (Dirty Songs) गाकर या अश्लील हरकत (Obscene Act) करके लोगों को परेशान करने के अपराध का दोषी (Guilty) पाया जाता है। उसे इस अपराध की सजा के तौर पर तीन महीने तक की जेल या 1000 रुपये के जुर्माना या दोनों से दंडित किया जा सकता है।